नए उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया जी नायडू सर्वमान्य व्यक्तित्व के धनी

भारत के नए उपराष्ट्रपति श्री वेंकैयाजी नायडू ने आज दिन (11 August) को पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण कर पदभार संभाला। निश्चित ही वैंकयाजी अपने अतुल्य व्यक्तित्व, लम्बे राजनीतिक अनुभव एवं कुशल प्रबंधन क्षमता से उपराष्ट्रपति के गरिमामय पद को शोभान्वित करेंगे। उनके सर्वमान्य व्यक्तित्व, राज्यसभा के सभापति की चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी को सफलतापूर्वक निर्वाह करने में मददगार होंगे।

1949 में आंध्रप्रदेश के नेल्लोरे में जन्मे वेंकैयाजी स्वतंत्र भारत में जन्मे पहले उपराष्ट्रपति है। छात्र नेता के रूप में सार्वजनिक जीवन शुरू करने वाले वेंकैयाजी, आपातकाल के दौरान जनता पार्टी के आंदोलन से जुड़ गए और जनता पार्टी के यूथ विंग के प्रेसिडेंट रहे। जनता पार्टी के विघटन के बाद, वेंकैयाजी भारतीय जनता पार्टी से जुड़ गए। 1978 -1985 के बीच वे 2 बार विधायक भी रहे। अपने राज्य में भारतीय जनता पार्टी के सचिव और अध्यक्ष का पद सँभालने के बाद, 1993 से 2000 तक वे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे। 2002 से 2004 तक वेंकैयाजी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे।

वाजपेयीजी के नेतृत्व वाली सरकार में वेंकैयाजी ग्रामीण विकास मंत्री रहे। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का आशय उन्हीं की देन है। नरेंद्र मोदीजी के सरकार में वेंकैयाजी शहरी विकास, आवास तथा शहरी गरीबी उन्मूलन और संसदीय कार्य मंत्री रहे। शहरी विकास मंत्री के तौर पर, स्मार्ट सिटी योजना एवं स्वच्छ भारत अभियान में उनका अहम् योगदान रहा। दलीय राजनीति से ऊपर उठकर, संसदीय कार्य मंत्री के तौर पर, वेंकैयाजी, सभी राजनीतिक दलों के सांसदों और नेताओं से व्यक्तिगत संबंध रखते हैं।

ऐसे आदरणीय एवं सर्वमान्य व्यक्ति श्री वेंकैयाजी नायडू भारत के उपराष्ट्रपति के पद को निसंदेह सुशोभित करेंगे।

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