नई दिल्ली. दिल्ली विश्वविद्यालय में चल रहे देशभक्ति और एंटीनेशनल संघर्ष में एक कड़ी और जुड़ गयी जब कैम्पस में कश्मीर की आजादी के लिए नारेबाजी के विरूद्ध एबीवीपी ने गुरुवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी में तिरंगा मार्च निकाला। साथ ही चंडीगढ़ की पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपेस में भी ऐसा मार्च निकाला गया. डीयू के नॉर्थ कैम्पस में भारी फोर्स सिक्युरिटी के हिसाब से तैनात की गई है। एबीवीपी ने यह स्पष्ट किया कि इस तिरंगा मार्च के जरिए स्टूडेंट्स से “कम्युनिस्ट ब्रिगेड के एंटी इंडिया एजेंडा” के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की गई है । विदित हो कि दो दिन पहले लेफ्ट ग्रुप के स्टूडेंट्स ने एबीवीपी के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
एबीवीपी के नेशनल मीडिया को-ऑर्डिनेटर साकेत बहुगुणा ने एक समाचार पत्र के माध्यम से से कहा, “हमारी मांग है कि 21 फरवरी को रामजस कॉलेज में देशविरोधी नारे लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। दिल्ली पुलिस और यूनिवर्सिटी निश्चित करें कि ऐसी घटनाएं दोबारा ना हों।”
घटना के बारे में आप को बता दें कि दिल्ली के रामजस कॉलेज में एक सेमिनार होने वाला था जिसमे जेएनयू के स्टूडेंट लीडर उमर खालिद और शहला राशिद को आमंत्रित किया गया था। एबीवीपी ने इसका विरोध किया था, क्योंकि खालिद पर जेएनयू में देशविरोधी नारेबाजी करने का आरोप है। इस पर स्टूडेंट्स ग्रुप एबीवीपी और एआईएसए भिड़ गए थे। इसके बाद एबीवीपी ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें यूनिवर्सिटी के कुछ स्टूडेंट्स कश्मीर और बस्तर की आजादी के नारे लगाते दिखे थे।
– इस घटना के पश्चात एबीवीपी और एआईएसए सपोर्टर्स के बीच भारी हिंसा हुई थी इसलिए कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन को सेमिनार कैंसल करना पड़ा था। जरूरी कार्रवाई नहीं करने के आरोप में चार पुलिसवाले भी सस्पेंड हो गए थे।
ABVP के दो मेंबर्स सस्पेंड
एबीवीपी ने बुधवार (1 मार्च) को अपने दो मेंबर्स को सस्पेंड कर दिया। इनके नाम प्रशांत मिश्रा और विनायक शर्मा बताये जाते हैं. उन पर एआईएसए सपोर्टर ग्रुप पर हमला करने का आरोप है। इस हमले में मंगलवार (28 फरवरी) की शाम श्री गुर तेग बहादुर खालसा कॉलेज के नजदीक एआईएसए एक्टिविस्ट राज सिंह और उत्कर्ष भारद्वाज के साथ मारपीट की गई थी।
यह घटना शाम करीब साढ़े 5 बजे घटित हुई । उस वक्त एआईएसए सपोर्टर नॉर्थ कैम्पस के आर्ट फैकल्टी में एबीवीपी के खिलाफ किए गए मार्च से लौट रहे थे। मारपीट के बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया था।
गुरमेहर अब इन सब से अलग रहना चाहती है
डीयू में ABVP के खिलाफ सोशल मीडिया पर कैम्पेन चलाकर सुर्खियों में आईं शहीद की बेटी गुरमेहर कौर अब और वादविवाद से बचना चाहती हैं। मंगलवार को दिल्ली से वे जालंधर अपने घर पहुंचीं। गुरमेहर के घर होने के बारे में जानकारी मिलते ही मीडिया ने वहां धावा बोल दिया । हालाँकि गुरमेहर ने मीडिया से मिलने से परहेज़ किया पर अपने एक रिश्तेदार के साथ गुरमेहर घर से बाहर आईं। उसने थोड़ी देर के लिए ही बात की। गुरमेहर ने कहा, “अब मैं दिल्ली जाकर पढ़ाई करना चाहती हूं। उन लोगों का धन्यवाद्, जिन्होंने मेरा साथ दिया। विरोध करने वालों से नहीं डरती। मैंने अपना साहस दिखा दिया है। उसने कहा कि राजनीति में जाने की उसकी इच्छा नहीं है ”